राँची। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा आयोजित CGL परीक्षा के पेपर लीक मामले में राज्य पुलिस महकमे की साख को झटका देने वाले खुलासे के बाद अब दोषियों पर गाज गिरने लगी है। पेपर लीक गिरोह से जुड़े झारखंड इंडियन रिजर्व बटालियन (IRB) के 6 जवानों को बर्खास्त करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) अनुराग गुप्ता ने इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
पेपर दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी, गिरोह में जवान भी शामिल
JSSC CGL परीक्षा में पास कराने के नाम पर परीक्षार्थियों से मोटी रकम वसूलने वाले गिरोह का खुलासा 24 मार्च को CID द्वारा किया गया था। इस कार्रवाई में IRB के 5 जवान गिरफ्तार हुए थे, जबकि एक जवान अभी भी फरार है। सभी जवानों पर आरोप है कि वे पेपर लीक कराने और उम्मीदवारों तक पहुंचाने की साजिश में शामिल थे।
धारा 311 के तहत होगी बर्खास्तगी
मामले की गंभीरता को देखते हुए DGP अनुराग गुप्ता ने झारखंड सशस्त्र पुलिस (JAP) के डीआईजी को पत्र लिखकर इन जवानों को भारतीय संविधान की धारा 311(2)(b) के तहत सेवा से बर्खास्त करने का निर्देश दिया है। इस धारा के तहत गंभीर आरोपों की स्थिति में विभागीय जांच के बिना भी सरकारी सेवक को बर्खास्त किया जा सकता है।
फिलहाल निलंबित, जेल में बंद हैं आरोपी जवान
सभी गिरफ्तार जवानों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है और वे इस समय न्यायिक हिरासत में जेल में बंद हैं। उनके खिलाफ विभागीय जांच भी समानांतर रूप से जारी है। सूत्रों के मुताबिक, इन जवानों ने पैसे लेकर परीक्षा में मदद का आश्वासन दिया था और उन्हें पेपर पहले ही उपलब्ध कराया गया था।
पुलिस विभाग की सख्ती, आने वाले समय में और गिरफ्तारियां संभव
CID द्वारा की जा रही जांच अभी भी जारी है और संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में इस मामले में और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं। पुलिस विभाग ने संकेत दिए हैं कि इस कांड से जुड़े किसी भी अधिकारी या कर्मी को बख्शा नहीं जाएगा।
विश्वसनीयता पर सवाल, परीक्षा प्रणाली में सुधार की मांग
इस खुलासे के बाद राज्य भर में परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो गए हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं में लगातार हो रहे घोटालों से अभ्यर्थियों में नाराजगी है और वे अब परीक्षा प्रणाली में व्यापक सुधार की मांग कर रहे हैं।

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