पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में रांची में कैंडल मार्च, ओम शंकर गुप्ता बोले – "अब वक्त है निर्णायक कार्रवाई का"
सैकड़ों हिंदू समुदाय के लोगों ने दी श्रद्धांजलि, आतंकवाद के खिलाफ सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग
रांची। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले, जिसमें पाकिस्तानी आतंकियों ने हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाकर निर्मम हत्या की, को लेकर रांची में आक्रोश फूट पड़ा। युवा नेता ओम शंकर गुप्ता के नेतृत्व में कैंडल मार्च निकाला गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में हिंदू समुदाय के लोग शामिल हुए।
इस श्रद्धांजलि मार्च में शामिल लोगों ने हाथों में मोमबत्तियां और तख्तियां लिए 'भारत माता की जय', 'आतंकवाद मुर्दाबाद', 'पाकिस्तान होश में आओ' जैसे नारे लगाए। लोगों ने आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए अपना आक्रोश जाहिर किया।
"निर्दोषों की हत्या पर चुप रहना पाप है" – ओम शंकर गुप्ता
मार्च के दौरान ओम शंकर गुप्ता ने कहा –
"जो कुछ कश्मीर में हुआ, वह मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है। केंद्र सरकार को अब सिर्फ निंदा नहीं, निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए। निर्दोषों की मौत का बदला आतंकियों को जमीन में दफनाकर लेना होगा। देश का हर हिंदू परिवार आज दुखी और गुस्से में है।"
उन्होंने कहा कि यह केवल एक समुदाय की नहीं, बल्कि भारत की आत्मा पर हमला है। अब समय आ गया है कि सरकार ऐसा कदम उठाए जिससे भविष्य में कोई भी आतंकी भारत की तरफ आँख उठाकर ना देख सके।
श्रद्धांजलि और एकजुटता
मार्च में शामिल लोगों ने हमले में मारे गए सभी पीड़ितों के लिए मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
अरुणा देवी, पिंकी, नीलू, शांति देवी, गीता देवी, लालमुनी देवी, पररु देवी, बाल्कि देवी, गीता, बबलू बैठा, निक्की, सोम, नीरज, विशाल, अनिल ठाकुर जैसे सैकड़ों लोग इस कैंडल मार्च में मौजूद थे।
सरकार से अपील
मार्च के अंत में गुप्ता ने कहा –
"देश अब केवल आश्वासन नहीं, एक्शन चाहता है। सरकार को देश के हर सनातनी परिवार की पीड़ा को समझना चाहिए। जो खोए हैं उन्हें तो हम नहीं ला सकते, लेकिन दुश्मनों को सजा जरूर दे सकते हैं। यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।"

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