जागरूकता और सरकारी योजनाओं की सही जानकारी से महिलाओं के जीवन में आ रहा सकारात्मक बदलाव
जाले (मधुबनी): सोमवार को प्रखंड क्षेत्र के चार पंचायतों - जोगियारा, राढ़ी पश्चिमी, रतनपुर और काजी बहेड़ा में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम में ग्रामीण महिलाओं ने सरकार की विकास योजनाओं पर अपनी सक्रिय भागीदारी और अनुभव साझा किए।
कार्यक्रम का आयोजन संबंधित ग्राम संगठनों के नेतृत्व में जीविका मिशन और जिला प्रशासन के सहयोग से किया गया। इसका उद्देश्य जमीनी स्तर पर महिलाओं के सशक्तीकरण को गति देना और सरकारी योजनाओं की पहुँच व प्रभावशीलता को परखना था।
महिलाओं ने रखी अपनी बातें, मांगी आजीविका बढ़ाने की योजनाएं
संवाद के दौरान महिलाओं ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका के साधन सीमित हैं। स्वरोजगार के लिए बैंक ऋण की प्रक्रिया को सरल बनाया जाए, अधिक से अधिक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएं और स्थानीय उत्पादों के विपणन के लिए मदद दी जाए।
कुछ प्रमुख मांगे जो सामने आईं:
- स्वरोजगार के लिए अतिरिक्त ऋण सहायता
- महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए नए प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना
- गांवों में छोटे पैमाने पर उत्पादन यूनिट लगाने की सुविधा
- महिलाओं के लिए डिजिटल साक्षरता अभियान
- स्वच्छ पेयजल और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार
प्रेरक कहानियां: सरकारी योजनाओं से बदल गई जिंदगी
कार्यक्रम में शामिल सफल महिलाओं ने अपने अनुभव भी साझा किए:
- राढ़ी पश्चिमी की सुनीता देवी ने बताया कि कैसे उन्होंने जीविका समूह से ऋण लेकर सिलाई सेंटर खोला और अब वह खुद के साथ 5 अन्य महिलाओं को रोजगार दे रही हैं।
- जोगियारा की मालती देवी ने सरकार की पशुपालन योजना के तहत बकरी पालन शुरू किया और अब उनकी मासिक आमदनी 15 हजार रुपये तक पहुंच गई है।
अधिकारियों ने दिया जागरूकता पर बल
बीपीएम देवदत्त कुमार ने कहा,
"योजनाओं का लाभ तभी मिलता है जब महिलाएं जागरूक होकर आगे बढ़ें। राज्य सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जिनका लाभ हर पात्र महिला को मिलना चाहिए।"
क्षेत्रीय समन्वयक विपिन कुमार ने बताया कि संवाद में प्राप्त सुझावों और मांगों को जिला एवं राज्य कार्यालय को ऑनलाइन रिपोर्ट किया गया है, ताकि भविष्य की योजनाओं में इन सुझावों को भी शामिल किया जा सके।
कार्यक्रम की खास बातें (Main Highlights)
- चार पंचायतों में एक साथ आयोजित हुआ संवाद
- 10 प्रेरणादायक महिलाओं ने साझा किए अनुभव
- चलंत वाहन के माध्यम से योजनाओं की विस्तृत जानकारी
- जिला स्तर से राज्य स्तर तक प्रत्यक्ष संवाद व्यवस्था
- रोजगार, आजीविका और आधारभूत सुविधाओं पर मुख्य चर्चा
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