वैसाखी और खालसा साजना दिवस पर गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सत्संग सभा में विशेष दीवान, 51 श्री सुखमनी साहिब पाठ के साथ आरंभ हुआ आयोजन
रांची। कृष्णा नगर कॉलोनी स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सत्संग सभा में 13 अप्रैल, रविवार को वैसाखी एवं खालसा साजना दिवस के पावन अवसर पर श्रद्धा और भक्ति से परिपूर्ण विशेष दीवान का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रातः 5 बजे अमृत वेले में हुई, जहाँ श्रद्धालुओं द्वारा श्री सुखमनी साहिब जी के 51 पाठ पढ़े गए। इसके उपरांत सुबह 8 बजे हजूरी रागी जत्था भाई महिपाल सिंह जी द्वारा "खालसा अकाल पुरख की फौज…" और "पीओ पाहुल खंड धार होए…" जैसे प्रेरणादायक शब्दों का गायन कर संगत को भावविभोर कर दिया।
गुरुद्वारा के हेड ग्रंथी ज्ञानी जिवेंदर सिंह जी ने दिवान में कथा वाचन करते हुए संगत को 1699 में गुरु गोविंद सिंह जी द्वारा खालसा पंथ की स्थापना की महत्ता बताई। उन्होंने पाँच प्यारों – भाई दया सिंह, भाई धर्म सिंह, भाई हिम्मत सिंह, भाई मोहकम सिंह और भाई साहब सिंह – के अमृतपान की पवित्र कथा सुनाई और बताया कि गुरु साहिब ने स्वयं भी उनके हाथों अमृत लेकर खालसा पंथ को जीवंत स्वरूप प्रदान किया।
दीवान का समापन श्री आनंद साहिब पाठ, अरदास, हुकुमनामा और कढ़ाह प्रसाद वितरण के साथ सुबह 9:15 बजे हुआ। इस पावन अवसर पर सत्संग सभा द्वारा मिष्ठान्न प्रसाद का लंगर भी श्रद्धालुओं को वितरित किया गया। मंच संचालन मनीष मिढ़ा ने किया और सभा के सचिव अर्जुन देव मिढ़ा ने सभी साध संगत को बैसाखी एवं खालसा साजना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
इस विशेष आयोजन में नगर की साध संगत ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उपस्थित श्रद्धालुओं में सुंदर दास मिढ़ा, हरगोविंद सिंह, अशोक गेरा, वेद प्रकाश मिढ़ा, अमरजीत गिरधर, चरणजीत मुंजाल, मोहन काठपाल, सुरेश मिढ़ा, लक्ष्मण सरदाना, राजकुमार सुखीजा, इंदर मिढ़ा, रमेश पपनेजा, कवलजीत मिढ़ा, राजेंद्र मक्कड़, पवनजीत सिंह, महेंद्र अरोड़ा, नवीन मिढ़ा, नीरज सरदाना, किशन गिरधर, कमल अरोड़ा, हरविंदर सिंह, पंकज मिढ़ा, अमन डावरा, बबली दुआ, मंजीत कौर, खुशबू मिढ़ा, दुर्गी देवी मिढ़ा, नीता मिढ़ा, ममता सरदाना, मीना गिरधर, श्वेता मुंजाल समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।

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