श्री राम की कथा न केवल धार्मिक शिक्षा देती है बल्कि हमें जीवन के हर मोड़ पर उनके आदर्शों को आत्मसात करने की देती है प्रेरणा: संगीता किशोरी जी
रांची। रांची गौशाला न्यास के हुटुप गौशाला धाम में 17 मार्च से 25 मार्च तक चले नौ दिवसीय श्री राम कथा का समापन आज श्रद्धा और भक्ति के माहौल में धूमधाम से हुआ। इस कथा का आयोजन एक विशाल धार्मिक आयोजन के रूप में किया गया, जिसमें धार्मिक गुरु और सुप्रसिद्ध कथा वाचक सुश्री संगीता किशोरी जी ने श्री राम के जीवन के विभिन्न पहलुओं को समर्पित कर श्रद्धालुओं को आस्थावान और प्रेरित किया।
इस नौ दिवसीय कथा का उद्देश्य भगवान श्री राम के जीवन के आदर्शों और उनके संघर्षों के माध्यम से समाज को एक दिशा देना था। हर दिन एक नए अध्याय के साथ कथा का आयोजन हुआ, जिसमें सुश्री संगीता किशोरी जी ने भगवान राम की जन्म, बाल्यकाल, शिक्षा, राम रावण युद्ध और श्री राम के वनवास तक के प्रसंगों, एवं जीवंत झांकियां को बड़े ही सुंदर और सरल रूप में प्रस्तुत किया। उनकी कथा शैली ने सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया और हर कोई श्री राम के आदर्शों को अपने जीवन में उतारने के लिए प्रेरित हुआ। आज कथा के अंतिम दिन कथा के दौरान विशेष रूप से संदरकांड का वाचन हुआ। जिसमें भगवान राम की भक्ति और उनके प्रति विभीषण का प्रेम दर्शाया गया। इसके साथ ही भजन, कीर्तन और हवन यज्ञ के आयोजन से वातावरण और भी धार्मिक और दिव्य हो गया। श्रद्धालुओं ने पूरे दिनभर राम के नाम का जाप किया और हवन यज्ञ में भाग लिया, जिससे वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ। कथा के समापन पर सुश्री संगीता किशोरी जी ने अपने आशीर्वचन में कहा, श्री राम की कथा न केवल धार्मिक शिक्षा देती है, बल्कि हमें जीवन के हर मोड़ पर उनके आदर्शों को आत्मसात करने की प्रेरणा भी देती है। हम सभी को अपने जीवन में राम के गुणों को अपनाने की आवश्यकता है, ताकि हम अपने जीवन को सफल बना सकें। समापन अवसर पर गौशाला धाम के प्रांगण में उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं ने महाआरती में भाग लिया तथा भगवान श्री राम के समक्ष आशीर्वाद प्राप्त किया और यथासंभव राम के विचारों को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लिया। तत्पश्चात प्रसाद वितरण किया गया। श्री राम कथा के मुख्य यजमान भाला परिवार थे। भाला परिवार के सदस्यों ने सबों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा की सबों के सहयोग से इस कार्यक्रम का आयोजन पूरी श्रद्धा और धूमधाम से संपन्न हुआ और आने वाले वर्षों में भी इस प्रकार के आयोजन होते रहने की आशा जताई गई। यह कथा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रही, बल्कि समाज में एकता और प्रेम का भी संदेश देने में सफल रही। आयोजन में भाग लेने वाले सभी भक्तों ने अपने-अपने तरीके से इस आयोजन की भव्यता और दिव्यता का अनुभव किया। उक्त जानकारी देते हुए कार्यक्रम के मीडिया प्रभारी संजय सर्राफ ने कहा कि इस आयोजन को सफल बनाने मे-कार्यक्रम के मुख्य संयोजक वासुदेव भाला एवं मुकेश काबरा, पुनीत पोद्दार, उदय शर्मा, वेद प्रकाश, विपिन भाला, राम बांगड़, ओमप्रकाश राजगढ़िया, बनवारी भाला, मनोज काबरा, विजय भाला, भगवती प्रसाद, कपिल भाला, उदय भाला, आशीष भाला, राजेश चौधरी, राहुल सिंह, अशोक सोढ़ानी, संजय सर्राफ, ललित बड़ाइक, श्यामू जी, श्वेता कुमारी, सुनीता देवी,सीमा देवी, सहित अन्य लोगों ने अपना भरपूर सहयोग किया। श्री राम कथा मे सभी दिन अगल-बगल के ग्रामीण क्षेत्रों से भारी संख्या में पुरुष महिलाओं की उपस्थिति रही।

कोई टिप्पणी नहीं: